नाले पर अतिक्रमण करने में मदद करने वाले मनपा अधिकारियों को निलंबित करें – प्रशांत पवार
पीआर न्यूज संवाददाता, नागपुर :- नागपुर में बादल फटने से कई घरों में पानी घुस गया। गाड़ियां, उपकरण, दुकानें, घर का सारा सामान तक इसमें भीग गया। लेकिन प्रशासन ने केवल अमीर इलाकों का दौरा किया, प्रशासन के किसी भी अधिकारी ने स्लम इलाकों का दौरा नहीं किया। ऐसा आरोप आज एनसीपी अजित गुट की ओर से लगाया गया।
गौरतलब है कि चमड़िया हाई स्कूल के पीछे काचीपुरा, न्यू वसाहत गड्डीगोदाम, गोवा कॉलोनी, तड़ासी बाजार, धोबीघाट, स्वीपर मुहल्ला, परदेशी मुहल्ला, गौतम नगर इलाके को मिलाकर 600 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त होने की जानकारी भी इस वक्त राकापा ने दी। इन बस्तीयों में 3 दिनों से भोजन तक बनाने की सामग्री नहीं होने के आरोप भी इस वक्त राकापा ने लगाया। इसके तहत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी की ओर से मंगलवार 26 सितंबर को दोपहर 12.30 बजे जिलाधिकारी कार्यालय पर मोर्चा निकाला गया।
राकापा ने दिया जिलाधिकारी को ज्ञापन
डॉ. विपीन इटानकर को ज्ञापन देकर शिकायत की गई कि बाढ़ प्रभावित बस्ती में अब तक कोई अधिकारी जायजा लेने नहीं आये हैं। शिकायत में कहां गया कि नाले के किनारे अस्पताल, कॉलेज, मॉल, बिल्डर्स की फ्लैट स्कीम एवं पार्किंग स्थल पर अतिक्रमण किया गया है। कुछ साल पहले नाग नदी का कैनल चौड़ा था, आज उस पर 80 प्रतिशत स्लैब है और अनाधिकृत लॉन मालिक अधिकारियों को चिरिमिरी देकर कैनल में कचरा फेंक रहे हैं, जिससे बाढ़ आ रही है। राकापा अजीत गुट की ओर से जिलाधिकारी को दिए गए बयान में कहा गया है कि नाले पर हुए अतिक्रमण का ऑडिट किया जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए। तथा अतिक्रमण में मदद करने वाले मनपा के अधिकारियों को निलंबित किया जाए।
इस पर जिलाधिकारी ने राकापा की मांग पर सहमति जताई और 3 दिन के अंदर बाढ़ पीड़ितों का निरीक्षण कर पंचनामा करके मदद करने का वादा किया।
जिलाधिकारी को निवेदन देते समय राकापा शहर अध्यक्ष प्रशांत पवार, कार्यकारी अध्यक्ष श्रीकांत शिवणकर, अभाताई पांडे, अनिल अहिरकर और एनसीपी अजीत पवार गुट के अन्य पदाधिकारी और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के नागरिक उपस्थित थे।