संजय राउत को ED ने लिया हिरासत में, महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा भूचाल..!

12 अधिकारी- 03 ठिकाने, 9.30 घंटे चली छापेमारी…

मुकुल सूर्यवंशी, पीआर न्यूज ब्यूरो, मुंबई :- शिवसेना नेता संजय राउत के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम को दाखिल हुए 10 घंटे से ज्यादा समय हो चुका है। जानकारी के मुताबिक, राउत के घर पर 12 अधिकारी जांच कर रहे हैं। वहीं दो अन्य टीमें उनके अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही हैं। दरअसल, महाराष्ट्र के 1000 करोड़ से ज्यादा के पात्रा चॉल जमीन घोटाला मामले में ईडी की टीम संजय राउत से पूछताछ कर रही है। हाल ही में उन्हें 27 जुलाई को ईडी ने तलब किया था। हालांकि, वह अधिकारियों के सामने पेश नहीं हुए थे। इसके बाद ईडी के अधिकारी उनके घर पहुंचे हैं। माना जा रहा है कि ईडी की टीम राउत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर सकती है। ईडी ने राउत पर जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाकर अब उन्हें विधिवत गिरफ्तार करने का फैसला लिया है।
एक साथ 3 लोकेशन पर छापा
सूत्रों के अनुसार ईडी की तीन टीमों ने एक साथ तीन जगहों पर छापा मारा है। एक टीम राउत के मुंबई स्थित उनके घर पहुंची है, तो दो टीमें राउत के अलग-अलग ठिकानों पर तलाशी अभियान चला रही हैं।

क्या है पात्रा चॉल घोटाला
यह मामला मुंबई के गोरेगांव इलाके में पात्रा चॉल से जुड़ा है। यह महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी का भूखंड है। इसमें करीब 1034 करोड़ का घोटाला होने का आरोप है। इस केस में संजय राउत की नौ करोड़ रुपये और राउत की पत्नी वर्षा की दो करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त हो चुकी है। आरोप है कि रीयल एस्टेट कारोबारी प्रवीण राउत ने पात्रा चॉल में रह रहे लोगों से धोखा किया। एक कंस्ट्रक्शन कंपनी को इस भूखंड पर 3000 फ्लैट बनाने का काम मिला था। इनमें से 672 फ्लैट पहले से यहां रहने वालों को देने थे। शेष एमएचएडीए और उक्त कंपनी को दिए जाने थे, लेकिन वर्ष 2011 में इस विशाल भूखंड के कुछ हिस्सों को दूसरे बिल्डरों को बेच दिया गया था।

मामला कैसे हुआ उजागर
महाराष्ट्र में पीएमसी बैंक घोटाला सामने आने पर 2020 में पीएमसी बैंक घोटाले की जांच हो रही थी। तभी प्रवीण राउत की उक्त कंस्ट्रक्शन कंपनी का नाम सामने आया था। तब पता चला कि बिल्डर राउत की पत्नी के बैंक खाते से संजय राउत की पत्नी वर्षा राउत को 55 लाख रुपये का कर्ज दिया गया था। आरोप है कि संजय राउत ने इसी पैसों से दादर में एक फ्लैट खरीदा था। प्रवीण राउत गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड के पूर्व निदेशक हैं।

ईडी ने संजय राउत पर जांच में सहयोग न करने का आरोप लगाकर किया अरेस्ट

मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा 
अरेस्ट होने से पहले संजय राउत का ट्वीट सामने आया है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, मेरा किसी घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है। यह मैं शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे की शपथ लेकर कह रहा हूं। बालासाहेब ने हमें लड़ना सिखाया है। मैं शिवसेना के लिए लड़ना जारी रखूंगा। उन्होंने ईडी की कार्रवाई को झूठी कार्रवाई बताया। कहा झूठे सबूत हैं। मैं शिवसेना नहीं छोड़ूंगा, मैं मर भी जाऊं तो समर्पण नहीं करूंगा।

सच चाहे जो भी हो लेकिन सबूतों के आधार पर ईडी ने संजय राउत को अरेस्ट कर लिया है और अब उनको उक्त मामले में जल्द राहत मिलने की उम्मीद कम ही हैं।

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