मुंबई, पीआर ब्यूरो :- मुंबई पुलिस अक्सर किसी न किसी वजह से सुर्खियों में रहती है। इस बार की वजह बना है एक ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल, जिसने एक ओला ड्राइवर से जबरन एक वाइन शॉप के एकाउंट में पैसे ट्रांसफर करने को कहा। फिलहाल इस मामले की जांच के आदेश ट्रैफिक विभाग के जॉइंट सीपी राजवर्धन सिन्हा दे दिए हैं। इस मामले की शिकायत वरिष्ठ पत्रकार शाहिद अंसारी ने की है। दरअसल, जब यह पूरा मामला पेश आया तब वह उस कार में यात्रा कर रहे थे। मीडिया को डीसीपी राजतिलक रोशन ने बताया कि मामले की जांच चल रही है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल यह मामला 12 जुलाई का है जब अंसारी मुंबई एयरपोर्ट से ओला कैब के जरिए दक्षिण मुंबई स्थित अपने घर जा रहे थे। तभी रास्ते में सायन सिग्नल के पास उनकी कार को वहां मौजूद ट्रैफिक कांस्टेबल ने रोका। अंसारी के अनुसार ड्राइवर और पुलिस कांस्टेबल के बीच हुई बातचीत से यह समझ में आया कि ड्राइवर ने किसी ट्रैफिक नियम का उल्लंघन किया है। जिसपर कांस्टेबल संजय करांडे ने जुर्माना वसूलने की बजाय ड्राइवर से रिश्वत की मांग की।
इसपर ड्राइवर ने कैश न होने की बात कही। तभी कांस्टेबल ने ड्राइवर से रिश्वत की रकम को अनिता वाइंस के एकाउंट में गूगल-पे करने के लिए कहा। ड्राइवर ने भी तय रकम ऑनलाइन ट्रांसफर कर दी। इस तरह से 40 मिनट से चली आ रही कहासुनी खत्म हुई और ड्राइवर अपनी कार लेकर आगे बढ़ गया। बकौल अंसारी इस तरह कांस्टेबल ने जुर्माना न वसूलकर रिश्वत ली और सरकार का नुकसान किया।
ट्रांसफर हुआ फेल ट्रैफिक कांस्टेबल हुए नाराज
अंसारी ने बताया कि जब वाइन शॉप के नंबर पर बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि आप की रकम ट्रांसफर नहीं हो पाई है और ट्रैफिक कर्मी बहुत नाराज हैं। वाइन शॉप वाले ने कहा कि एक बार आप उनका नंबर लेकर बात कर लीजिए। जब ट्रैफिक कांस्टेबल से बातचीत की गई तो पता चला कि उनका नाम संजय करांडे था।