‘सत्ता आती-जाती रहती है, लेकिन…’, फड़णवीस के अजित दादा को, पब्लिक पत्र से महाराष्ट्र में भारी हलचल!

पीआर न्यूज ब्यूरो, नागपुर :- राकांपा विधायक नवाब मलिक आज (7 दिसंबर) शीतकालीन सत्र के पहले दिन विधानमंडल में दाखिल हुए थे। विधानसभा का आज सत्र शुरू होते ही नवाब मलिक सीधे सत्ताधारी बेंच के पास पहुंच गए। इसके बाद विपक्ष ने विधानसभा और विधान परिषद दोनों सदनों में इस मुद्दे को लेकर बीजेपी पर निशाना साधना शुरू कर दिया। शुरुआत में उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस इस मुद्दे पर बैकफुट पर थे। हालाँकि, अब फड़नवीस ने इस बारे में उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को एक खुला पत्र लिखा है और इससे महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल मच गई है।
जब नवाब मलिक महा विकास अघाड़ी सरकार में मंत्री थे, तब ईडी ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी की कार्रवाई की थी। उस समय उनके खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, स्वास्थ्य कारणों से नवाब मलिक को कुछ महीने पहले ही जमानत पर रिहा किया गया है। इस बीच, एनसीपी में विभाजन के बाद अजित पवार समूह सत्ता में स्थापित हो गया। ऐसे में यह देखना बेहद जरूरी था कि नवाब मलिक किस ग्रुप में जाएंगे। आख़िरकार आज नवाब मलिक अजित पवार गुट के साथ चले गए। इस बार वे विधानसभा में सीधे सत्तारूढ़ बेंच पर बैठे।
इसके बाद विपक्ष और खासकर शिवसेना (यूबीटी) के विधायक और नेता काफी आक्रामक हो गए। उन्होंने इस मुद्दे को लेकर देवेंद्र फड़णवीस पर निशाना साधना शुरू कर दिया।
मामला हिंदू विरोधी एवं भाजपा के लिए मुश्किल हो सकता है। इस बात को समझते हुए देवेन्द्र फड़णवीस ने अजित पवार को पत्र लिखकर साफ कहा कि वह नवाब मलिक को महायुती में शामिल न करें। लेकिन फड़नवीस यहीं नहीं रुके। उन्होंने इस पत्र को सीधे सोशल मीडिया पर भी शेयर कर दिया। जिससे यह अनुमान लगाया जा रहा है कि इस मुद्दे पर महागठबंधन में बड़ा विवाद है।
देखिए आखिर क्या कहा देवेन्द्र फड़णवीस ने पत्र में…

फडणवीस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया गया पत्र
न्यूज शेअर करने'के लिये यहा क्लिक करे

Leave a Reply

Your email address will not be published.

Translate »
न्यूज कॉपी करना क्राइम है