PSI शिवाजी मुंडे या वर्दीधारी गुंडे ?

पद के दुरुपयोग का मामला!
पीआर न्यूज ब्यूरों, नागपुर :- नागपुर जिले में इन दिनों पुलिस अधिकारियों की बर्बरता, निरंकुशता एव पद के दुरुपयोग के मामले आए दिन उजागर होते रहते हैं. ऐसा ही एक और मामला पारशिवनी पुलिस थाने से सामने आया है. यहा के आपराधिक छवि के पूर्व उपनिरीक्षक शिवाजी विक्रम मुंडे ने एक वाहन चालक से घुस न मिलने पर, बौखलाहट में बेदम पिटाई की. रोजी-रोटी के लिए वाहन चालक बने छात्र की मिन्नतें भी शिवाजी मुंडे पर काम न आई. ज्ञात हो कि यह वहीं शिवाजी मुंडे हैं जिसने अपने इगो सेटिस्फेक्शन के लिए कोरोना काल में पास लेकर जनसेवा करने वाले एक नेता जी पर दनादन लाठियां बरसाने का मामला भी सामने आया था. जिसमें मुंडे ने नेताजी पर भी मामला दर्ज कर 9 दिन जेल की हवा खिला दी थी. आज का मामला एक युवा छात्र का हैं. जो पढ़ाई के साथ-साथ घर खर्च के लिए काम भी करता है. इस मामले ने पूरे पुलिस विभाग को दागदार किया हैं. बावजूद विभाग ने पुलिस उपनिरीक्षक शिवाजी मुंडे का बचाव करने जैसे शर्मनाक काम किया हैं.

आखिर कौन से कानून ने पीएसआई शिवाजी मुंडे को पीड़ित को थर्ड डिग्री टॉर्चर करने का अधिकार दिया. यदि वाहन चालक नियमों के विपरित अपनी गाड़ी में पैसेंजर व्यक्ति ज्यादा सवार कर ले तो क्या यह इतना बड़ा गुनाह है? जिसके लिए गाड़ी डिटेन कर सभी को थाने लाकर बिठा दिया जाए. चालक पर दनादन बाजीराव बरसा कर, इस तरह केस बना दिया जाए मानो वह सराइत गुंडा हो. क्या यह जायज है? आखिर किस मोटर कानून एक्ट के अंतर्गत यह मामला बनाया गया? आरोपी बनाए गए तुषार कोसरकर पर क्या इसके पहले कोई संगीन जुर्म दर्ज है? क्या वह रेपिस्ट है? मर्डरर है? क्या वह मोका का आरोपी है? क्या तुषार पर कभी एनएसए लगा हुआ था? इसलिए बाजीराव बरसाए? तुषार पर इस तरीके का अपराध दर्ज कर थर्ड डिग्री टॉर्चर पीएसआई शिवाजी मुंडे द्वारा किया गया. जो खुद एक गुनाह हैं. जिसके लिये अपराध दर्ज होकर शिवाजी मुंडे को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए. जो एक सबब बने. लेकिन अब तक एफ.आई.आर दर्ज ना होने से प्रक्रिया पूरे पुलिस विभाग की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह लगाता है.

तुषार नामक युवक जेल से छूटने के बाद से ही उपनिरीक्षक शिवाजी मुंडे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने के लिए दर – दर भटक रहा है. मामले में जांच के आदेश हो गए हैं. लेकिन अब तक एफ.आई.आर. दर्ज ना होने की बात भी सामने आ रही है. वीडियो में सुनिए पीड़ित की जुबानी क्या है पूरा मामला…

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