निजी यात्री परिवहन के दादागीरी से पुलिस पर प्रश्नचिन्ह? बरगी में बंद ना हो जाए मेट्रो बस…!

अभिषेक अवधिया, पीआर न्यूज ब्यूरों बरगी :- बरगी के आम जनों एवं रोजाना आने जाने वाले छात्र-छात्राओं एवं निजी कंपनियों में कार्य करने वाले कर्मचारियों की सुविधा के लिए अमृत योजना के तहत चलाई जा रही मेट्रो बस का चलना बरगी में बहुत मुश्किल हो गया है. लगातार कई वर्षों से बरगी में जारी मेट्रो बस की मांग को शासन ने पूरा तो कर लिया लेकिन यहां के स्थानीय निजी बस ऑपरेटर मालिक एवं उनके चालक परिचालक एवं एजेंटों के द्वारा खुलेआम गुंडागर्दी करके मेट्रो बस चालक परिचालकों के साथ गाली गलौज एवं सवारी को उतारना विगत 15 दिनों से जारी है. इसके पहले भी इसकी शिकायत बरगी थाने में की गई थी. किंतु कार्यवाही ना होने के कारण निजी ऑपरेटरों के हौसले बुलंद रहते वे मनमर्जी अवैध बस अड्डे जगह – जगह बनाकर व्यवसाय कर रहे. जिसके खिलाफ बरगी के ग्रामीण एकजुटता से बरगी थाने पहुंचकर एएसआई धर्मेंद्र सिंह राजपूत को उपरोक्त मामले पर त्वरित कार्यवाही के लिये ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन देने के लिए बरगी सरपंच मंजू संतोष, उपसरपंच शीतल गिरी एवं बरगी के सक्रिय जनप्रतिनिधि एवं पंच मनीष जैन के द्वारा ग्राम पंचायत के लेटर हेड पर लिखित शिकायत दर्ज की गई. ज्ञापन में कहा गया कि रोजाना ग्राम बरगी से छात्र एवं छात्राएं, रोजाना काम के सिलसिले में आवागमन करने वाले आमजनों की सुविधा और सस्ते किराए के साथ ही कम समय में जबलपुर पहुंचने की सुविधा मेट्रो बस के द्वारा दी जा रही है. किंतु निजी ऑपरेटरों के द्वारा खुलेआम ग्राम में गुंडागर्दी की जा रही है. जिसके खिलाफ ग्रामीण लामबंद हो गए हैं. लगभग 500 से ज्यादा लोगों ने बरगी थाने पहुंचकर पुलिस से इस गुंडागर्दी से निजात दिलाने की बात कही. बरगी सरपंच मंजू चौकसे ने कहा कि हमारे ग्राम के नागरिक पहली पंक्ति में आते हैं. उनकी सुविधा और उन को हो रही परेशानी की जवाबदारी ग्राम पंचायत की है. पुलिस को पहले भी अवगत करा दिया था कि ग्राम में गुंडागर्दी नहीं चलेगी फिर भी कोई कार्यवाही नहीं हुई जिस कारण लिखित ज्ञापन एवं शिकायत बरगी थाने में दी जा रही है.

बरगी के टाइमर नदी पुल से सक्रिय हो जाते हैं एजेंट

ग्रामीणों ने बताया कि निजी बस ऑपरेटर के एजेंट एवं चालक परिचालक ग्राम बरगी आने से पहले ही टाइमर नदी पुल पर खड़े रहते हैं. जैसे ही बरगी मेट्रो बस आती है तो वह मेट्रो बस में सवार हो जाते हैं और बस को कहीं रोकने नहीं देते. लोग बस के इंतजार में खड़े रहते हैं. लेकिन निजी बस चालक एव उनके एजेंट खुलेआम गुंडागर्दी करके बस को बरगी सीमा के बाहर छोड़ कर आते हैं. जिस कारण ग्रामीण मेट्रो बस में सफर कर नहीं पा रहे हैं. निजी बस चालक बस को सामने खड़ी करके मेट्रो बस को आगे जाने नहीं देती. जिस कारण 3 चक्कर लगाने वाली मेट्रो बस केवल दो चक्कर ही लगा पा रही है. जबकि मेट्रो बस की फास्ट सर्विस है. वह बरगी में 3 फेरे लगा सकती है लेकिन उसे खड़ा रखा जाता है. जिस कारण आम जनों को बहुत परेशानी हो रही है.

निजी बसों का हैं डबल किराया

ज्ञात हो कि मेट्रो बस सेवा में निजी बस से किराया कम है इस कारण भी उप – डाउन वालो ने मंथली पास बनवा लिए हैं. साथ ही सुविधाजनक सफर मेट्रो बस द्वारा कराया जाता हैं, वह भी कम कीमत में. निजी बस ऑपरेटर 20 किलोमीटर का 50 से 70 रुपये ले रहे हैं जबकि मेट्रो बस में 40 से 50 किलोमीटर का सफर मात्र 40 से 50 रुपये में कराया जा रहा है. साथ ही पर्यटन क्षेत्र बरगी नगर जाने के लिए भी मेट्रो बस में 5 से 10 रुपये में सफर कराया जा रहा है. बरगी से इस कारण भी निजी ऑपरेटरों को मेट्रो बस चलने से आपत्ति हो रही है.

नॉन स्टॉप चलाती है मेट्रो बस

लगातार निजी निजी बस ऑपरेटर द्वारा टाइम को लेकर मेट्रो बस से आपत्ति रही है. जब जबलपुर सिटी ट्रांसपोर्ट मेट्रो बस के CEO JCTCL सचिन विश्वकर्मा से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने बताया कि अमृत योजना के तहत बल्लभ भवन भोपाल के आदेश अनुसार नागरिकों की सुविधा एवं विशेषकर छात्र-छात्राओं के कॉलेज के टाइम टेबल के मद्देनजर यह सुविधा ग्रामीण क्षेत्रों में नगर निगम सीमा से 25 किलोमीटर के दायरे तक समस्त ग्रामीण क्षेत्रों में दी गई है. इसका संचालन नॉन स्टॉप पद्धति के अनुसार किया जाता है. जिससे ग्रामीण जन बहुत कम समय में सफर कर सकें सुबह रेलवे स्टेशन से 6:00 बजे बस रवाना करने का आदेश है जोकि नॉनस्टॉप पांच 10 मिनट के स्टॉपेज के साथ संचालित की जा रही हैं. इस सुविधा का मुख्य कारण है लोगों का समय बचाना और टाइम से शहर पहुंचाना. अगर बसें आधा घंटा एक घंटा खड़ी कर दी जाएंगी तो यह सुविधा – असुविधा में तब्दील हो जाएगी. इसके चलते मेट्रो बस का टाइम टेबल नॉन स्टॉप के रूप में है. एक बार निकलने के बाद बस नॉनस्टॉप अपने रास्ते पर चलती है. बस रोजाना एक ही समय पर चलती है और मेट्रो बस नॉनस्टॉप है. निजी बसों की कोई समय सीमा नहीं है. निजी बसें आधा घंटा एक घंटा और उससे भी कहीं ज्यादा एक ही स्टॉप पर खड़ी रहती हैं. जबकि उतनी समय में मेट्रो बस जबलपुर पहुंचा कर लौट जाती है.

निजी बस ऑपरेटरों के खिलाफ बरगी थाने में ज्ञापन सौंपते शिष्टमंडल – फोटो पीआर न्यूज

मेट्रो बस के समर्थन में ग्रामीण पहुंचे बरगी थाने
पुलिस द्वारा मदद ना करने पर प्रश्नचिन्ह?

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सुबह बस संचालकों द्वारा मेट्रो बस को थाने के पास रोक दिया जाता है. लगभग 40 से 50 छात्र छात्राएं एवं रोजाना कार्य करने वाले ग्रामीणों के साथ चालक परिचालक ने अपनी व्यथा बरगी थाने में बताई किंतु कार्यवाही नहीं हुई और जब बरगी सरपंच मंजू चौकसे, संतोष चौक से ग्रामीणों के साथ बरगी थाने पहुंची. तब भी बरगी थाने से यह कहा गया की आप न्यायालय जाइए वहां पर जाकर शिकायत कीजिए साथ ही ग्रामीणों की शिकायत पर यह कहा गया की जो गुंडागर्दी कर रहा है उसको लेकर आइए और किसके साथ गुंडागर्दी कर रहा है उन पैसेंजर को भी लेकर आइए जब पुलिस कार्यवाही करेगी. जबकि सारा खेल पुलिस की आंखों के सामने हो रहा है. रोजाना ही थाने के सामने निजी आपरेटर दबंगई करके मेट्रो बस चालक परिचालक को परेशान कर रहे हैं. लगातार तीसरी बार ग्रामीण बरगी थाने पहुंचे लेकिन कोई निराकरण नहीं निकलते देख कर ग्रामीणों ने कहा की इस मांग को लेकर जनसुनवाई में जबलपुर जाएंगे. लेकिन बरगी में मेट्रो बस सेवा बंद नहीं होने देंगे. बरगी थाने पहुंचे ग्रामीणों में सरपंच मंजू चौकसे, उपसरपंच शीतल गिरी, मनीष जैन, निर्मल विश्वकर्मा, दिनेश ठाकुर, चिंकू अग्रवाल, पंकज परस्ते, देवेंद्र मिश्रा, राहुल गीतेश साहू, दीपक प्रधान, नमन गुप्ता आदि सैकड़ों ग्रामीण बरगी थाने में शिकायत एवं ज्ञापन देने पहुंचे थे.

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