जालोर में इंद्रकुमार की हत्या के दोषी जातिवादी शिक्षक को फांसी दो : वंचित बहुजन आघाड़ी

आर. एस. अर्जितवार, खापरखेड़ा :- राजस्थान के जालोर में घटित जातिगत घृणा की घटना के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहें हैं. जातिवादी घटना के खिलाफ महाराष्ट्र में वंचित बहुजन आघाड़ी की ओर पूरे राज्य में विरोध प्रदर्शन जारी है. इसी कड़ी में आज श्याम को नागपुर जिले के खापरखेड़ा में वंचित की ओर से कैंडल मार्च निकालकर आरोपी शिक्षक को फांसी देने की मांग की गई है.
मामला राजस्थान के जालोर का है जहां शिक्षक की मटकी से पानी पीने की सजा 8 वर्ष के मासूम को अपनी जान देकर चुकानी पड़ी थी. बहुजन छात्र की निर्मम पिटाई के बाद हुई मौत पर सक्त कार्यवाही की मांग वंचित बहुजन आघाड़ी जिला नागपुर की ओर से की हैं. बताते चले कि राजस्थान में छुआछुत के चलते कक्षा 3 री के मासूम छात्र इंद्रकुमार देवाराम मेघवाल की पिटाई से जान गई हैं. घटना 20 जुलाई 2022 को जालोर के स्कूल में हुई थी. पर्याप्त इलाज ना मिलने से 17 दिन बाद अस्पताल में छात्र की मौत हुई थी.
20 अगस्त को वंचित बहुजन आघाड़ी के नागपुर जिला महासचिव अजय सहारे के नेतृत्व में खापरखेड़ा मेन रोड पर कैंडल मार्च निकालकर सरकार के ढुलमुल रवैये के खिलाफ भी घोषणाएं दी गई. मामला विश्व में भारत को कलंकित करने वाला होकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सज्ञान न लेना भी समज से परे है. वंचित की ओर से खापरखेड़ा पुलिस स्टेशन के माध्यम से प्रधानमंत्री को ज्ञापन भेजकर आरोपी शिक्षक छैलसिंह को फांसी की सजा के साथ ही पीड़ित परिवार को मुआवजा एव सरकारी नौकरी देने की मांग की गई हैं.
वंचित के कार्यकर्ता मार्च करते हुए पुलिस स्टेशन पहुंचे और घटना का विरोध व निंदा करते हुए प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन में आरोपी शिक्षक छैलसिंह को फांसी की सजा के साथ ही संबधित स्कूल का लाइसेंस रद्द करने की मांग की गई है. ताकि ऐसी जातिवादी घिनौनी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके. साथ ही पीडित परिवार को एक करोड रुपये का मुआवजा एव परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग भी प्रदर्शनकारियों ने अपने ज्ञापन से की हैं.
ज्ञापन में छैलसिंह की संपत्ति कुर्क कर मरते दम तक फांसी देने की मांग की जा रही है. ज्ञात हो कि राजस्थान के जालोर में अनुसूचित जाति वर्ग के 8 वर्षीय मासूम छात्र इंद्रकुमार मेघवाल को स्कूल के मटकी से पानी पीने के आरोप में प्रधानाध्यापक छैलसिंह ने बेरहमी से पीट-पीट कर अधमरा कर डाला था. जिसके बाद 17 दिन तक चले इलाज के दौरान मासूम छात्र की दर्दनाक मौत हो गई थी. देश और समाज के विकास के लिए जिम्मेदार शिक्षक जातिवादी मानसिकता के साथ इस तरह से कार्य करता है यह देश के लिए बेहद चौंकाने वाला और शर्मनाक है.

जालोर के मासूम को न्याय और आरोपी को फांसी के लिए कैंडल मार्च करती वंचित बहुजन आघाड़ी – वीडियो पीआर न्यूज

कैंडल मार्च और श्रद्धांजलि सभा में वंचित के नागपुर जिलासचिव एड. संजय गणवीर, सामाजिक समस्या निवारण समिति के अध्यक्ष सुरेंद्र सोमकुवर, कोषाध्यक्ष नरेश कनोजे, गंगाधर पाटिल, कविता मेश्राम, छाया सहरे, अश्विनी शिरासम, आनंद बागड़े, पंकज जामगड़े, सचिन खंडारे, मुन्ना मेश्राम, राजू गुधे, सुखदेव लांजेवर, बालू दुपट्टा, मुकेश वासनिक, मिथुन सहरे, राहुल सांवले, संघपाल गजभिये, रामचंद्र श्रीरासथ, दिलीप अथिया, सरिता दिवे, रामा सहरे, वंदना वासनिक, अश्विनी सहारे, पूनम बोरकर, निशा सहारे, छात्र एवं पार्टी पदाधिकारी विभिन्न सामाजिक संगठनों के साथ समाजबांधव बड़ी संख्या में उपस्थित थे.

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