संवैधानिक मूल्यों की रक्षा समय की ज़रूरत

आर. एस. अर्जितवार, नागपुर :- नागपुर के संविधान चौक पर रिपब्लिकन एलायंस डेमोक्रेटिक फ्रंट की ओर से शुक्रवार को धरना-आंदोलन किया गया। भारतीय स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर, रिपब्लिकन एलायंस डेमोक्रेटिक फ्रंट की ओर से “लोकतंत्र बचाओ, संविधान बचाओ, देश बचाओ” नारे के तहत संविधान चौक पर एक धरना आंदोलन आयोजित किया गया था। इस आयोजन में आयोजकों एवं मंच पर उपस्तित मान्यवरो ने अपने संबोधन में कहा कि राष्ट्रीय एकता, धर्मनिरपेक्षता, देश के सामाजिक न्याय के मूल्यों को भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के माध्यम से बनाया गया है। 1935 से इस देश में संघीय व्यवस्था की नींव रखी गई। स्वतंत्रता संग्राम में इन्हीं मूल्यों के आधार पर भारतीय संविधान का उदय हुआ।
वक्ताओं ने खेद व्यक्त किया कि अमृत महोत्सव को देश में उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है लेकिन केंद्र सरकार की विचारधारा में इन मूल्यों का कोई महत्व नहीं है। जैसा कि देश अभी भी भूख सूचकांक, सार्वजनिक शिक्षा और स्वास्थ्य प्रणाली के मामले में पिछड़ा है, पिछले 75 वर्षों के कार्यकाल में मुट्ठी भर विकास की तस्वीर आंखें भर देती है। इसलिए वक्ताओं ने अपने मार्गदर्शन से मानवीय मूल्यों के विकास की लड़ाई जारी रखने की अपील की।

रिपब्लिकन फ्रंट के धरने में उपस्तित मान्यवर : फोटो पीआर न्यूज


धरना आंदोलन के मौके पर जनता दल सेक्युलर के वरिष्ठ नेता डॉक्टर विलास सुरकर की अध्यक्षता में हुई बैठक में रिपब्लिकन अलायंस के घनश्याम फुसे, यशवंत तेलंग, संजय पाटिल, एडवोकेट अनिल काले और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के रमेश किचारे ने भाग लिया. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के जिला सचिव अरुण लतकर, जनता दल सेक्युलर के रमेश शर्मा ने एसयूसीआई की नंदिनी भोंडे और रवींद्र साखरे को संबोधित किया। संचालन माधव भोंडे ने किया और धन्यवाद प्रस्ताव संजय राउत ने दिया।
कार्यक्रम में एकनाथ टकसांडे, विश्वनाथ खांडेकर, विजय खोबरागड़े, अरुण बांकर, जम्मू आनंद, विट्ठल जुंघारे, ताजुद्दीन, तेम्भुरने, गजभिये, रमेश चारपे, शनाद पाटिल, सुरेश मोटघरे, आशा निमगड़े, संगीता शेंडे, मो. मिराज, सुधाकर धुर्वे, सुखदेव कांबले आदि उपस्थित थे।

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