यशोधरानगर, जरीपटका एव गिट्टीखदान थाना क्षेत्र में हुई हत्याएं
पीआर न्यूज, नागपुर :- रविवार को हत्या के तीन अलग-अलग मामले सामने आने से शहर में बेचैनी की लहर दौड़ गई है। उपराजधानी में पिछले डेढ़ महीने के दौरान हुई हत्याओं ने नागरिकों को स्तब्ध कर दिया है। हत्याओ के कारण जानकर पुलिस भी हैरान है।
क्या है हत्याओं की वज़ह
यशोधरा नगर इलाके में लंबे समय से चली आ रही दुश्मनी हत्या में तब्दील हो गई, जबकि दूसरे मामले में जरीपटका में एक टिप्पणी को लेकर मजदूरों के बीच हुआ विवाद हो गया और विवाद हत्या में बदल गया। तीसरी घटना एक ट्रक ड्राइवर के गायब होने से जुड़ी थी जिसमें बाद में हत्या होने की जानकारी मिली।
थाना यशोधरानगर का मामला
नागपुर शहर अंतर्गत आने वाले पारडी के भवानी नगर निवासी बादल नरेश पडोले उम्र – 25 की कांजी हाउस चौक निवासी हिस्ट्रीशीटर चेतन मदनलाल सूर्यवंशी उम्र – 30 और हर्ष नामक व्यक्ति ने बेरहमी से हत्या कर दी। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक बादल पहले यशोधरा नगर इलाके में रहता था। रविवार शाम को वह यशोधरा नगर आया जहां चेतन पहले से मौजूद था। पुलिस के मुताबिक दोनों के बीच इलाके में अपना वर्चस्व कायम करने को लेकर विवाद चल रहा था। किसी बात को लेकर बादल और चेतन के बीच झगड़ा हो गया। गुस्से में चेतन ने एक धारदार हथियार निकाला और बादल के पेट में वार कर दिया। जिसके बाद बादल जमीन पर गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई। आरोपी ने बदल के पेट में 6 वार कर उसकी हत्या कर दी।
थाना जरीपटका का मामला
एक दिहाड़ी का काम करने वाले मजदूर द्वारा एक महिला को लेकर कुछ टिप्पणी करने से हत्या होने की प्राथमिक जानकारी है। जरीपटका थाने के नारा इलाके में महेश करण उर्फ भारती उके, उम्र – 40 और कमलेश विष्णु भलावी, उम्र – 45 एव राजकुमारी नामक महिला उम्र – 35, निर्माण श्रमिक होकर शंभू नगर में किराए से रहते हैं। रविवार रात 12.30 बजे नशे में धुत महेश अपने कमरे के सामने बैठा था। उसने कथित तौर पर राजकुमारी नामक महिला के चरित्र पर कुछ टिप्पणी की जिससे तीखी बहस छिड़ गई। विवाद के दौरान, महेश ने कथित तौर पर करण को धक्का दे दिया, जिससे वह गिर गया और घायल हो गया। जवाब में, करण ने एक सरिया निकाला और महेश पर हमला कर उसके सिर पर कई बार वार किया। मृतक की पहचान सावरी, छिंदवाड़ा, मध्य प्रदेश के रहने वाले महेश नकलसिंह उइके (45) के रूप में बताई गई है।
पुलिस ने कहा कि राजकुमारी भी करण के साथ शामिल हो गई और महेश पर हमला कर दिया। झगड़े के बाद, राजकुमारी ने जरीपटका पुलिस स्टेशन पहुंचकर खुद पर हुए हमले में घायल बता महेश के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। जिसके चलते पुलिस ने महिला को इलाज के लिए मेयो अस्पताल भर्ती कराया। वहीं क्षेत्र में गस्त करते पुलिस को सुबह 3 बजे कुछ स्थानीय लोगों ने सूचना दी कि एक घायल व्यक्ति सड़क पर पड़ा हुआ है। जांच करने पर पता चला कि महेश पर राजकुमारी और करण ने हमला किया था। महेश को तुरंत इलाज के लिए मेयो अस्पताल ले जाया गया, जहां रविवार सुबह उसने दम तोड़ दिया। पुलिस द्वारा ढूंढे जाने के बारे में खबर लगते ही करण बस से सिवनी भाग रहा था, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे इंदौरा चौक पर हिरासत में ले लिया। साथ ही महिला को अस्पताल से गिरफ्तार किया हैं। जरीपटका पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 302 और 34 के तहत मामला दर्ज किया है।
थाना गिट्टीखदान क्षेत्र में हुई लापता ट्रक चालक की हत्या
एक ट्रक ड्राइवर की बेरहमी से हत्या कर दी गई और उसका शव न्यू काटोल नाका के पास एक नाले में फेंक दिया गया। पुलिस ने हत्या के मामले में दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया है। पीड़ित की पहचान कामगार नगर, कपिल नगर निवासी मेहबूब खान छोटे खान (40) के रूप में हुई है। वह नागपुर स्थित ट्रांसपोर्टर सैयद सादिक के लिए ड्राइवर के रूप में काम करता था। यह घटना तब सामने आई जब महबूब उर्वरक बैग और दाल की खेप देने में विफल रहा और बाद में, उसका ट्रक 7 अगस्त को लापता हो गया। पुलिस के अनुसार, सैयद सादिक ने शुरू में मेहबूब से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया। सादिक को कुछ गड़बड़ लगा तो उसने घटना की सूचना वरुड पुलिस को दी, जिसने जांच शुरू की। ट्रक जीपीएस ट्रैकिंग सिस्टम से लैस था, जिससे गोरेवाड़ा के पास उसकी मौजूदगी का पता चला।
जांच में तब गंभीर मोड़ आ गया जब कपिल नगर पुलिस को सीसीटीवी फुटेज मिले जिससे पता चला कि मेहबूब का ट्रक न्यू काटोल नाका चौक के पास आया था। पता चला कि मेहबूब के साथ-साथ लालू उर्फ अखिलेश निषाद और मुख्तार अहमद नाम के दो अन्य ट्रक ड्राइवरों ने अपने ट्रक में माल नागपुर पहुंचाया था। लालू और मुख्तार दोनों को पुलिस ने पकड़ लिया और उन्होंने महबूब की हत्या की बात कबूल कर ली। उन्होंने खुलासा किया कि ट्रक में लदी चने की बोरियों के विवाद में उन्होंने उसकी हत्या कर दी थी। पुलिस ने बताया कि अपराध को अंजाम देने के बाद उन्होंने उसके शव को नाले में फेंक दिया। रविवार को डीसीपी जोन 2 राहुल मदने, एसीपी अभिजीत पाटिल और संतोष खांडेकर नाले के पुल के नीचे से मेहबूब का शव बरामद करने के लिए घटना स्थल पर पहुंचे। मृतक का शव बरामद कर पुलिस आगे की जांच कर रही है।