पीआर न्यूज, मुंबई :- राज्य में चिकित्सा शिक्षा से जुड़े पाठ्यक्रमों की पढ़ाई अब मराठी में भी की जा सकेगी. मध्यप्रदेश सरकार ने हाल में चिकित्सा शिक्षा को हिंदी में उपलब्ध कराने की घोषणा की है, जिसके बाद महाराष्ट्र में भी अब इस तरह की पहल की गई है, सूत्रों के अनुसार एमबीबीएस सहित आयुर्वेदिक, होमियोपेथी, दंत चिकित्सा, नर्सिंग, फिजियोथेरेपी जैसे पाठ्यक्रमों को मराठी में उपलब्ध कराया जाएगा. 2023 के शैक्षणिक सत्र से इसकी शुरुआत होगी. हालांकि मराठी में अध्ययन करना अनिवार्य नहीं होगा बल्कि विद्यार्थी स्वेच्छा से यह विकल्प चुन सकते हैं. पिछले दो महीने से पाठ्यक्रमों को मराठी में उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए इस क्षेत्र के विशेषज्ञों की समितियों का गठन किया गया है.
राज्य में एमबीबीएस के 62 कॉलेज
राज्य में फिलहाल एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए 62 कॉलेज हैं. जिनमें 10045 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं. इन 62 कॉलेजों में सरकार और मनपा के 27 कॉलेज, 20 निजी, 12 डीम्ड यूनिवर्सिटी और 3 केंद्र सरकार के अधीन हैं.